चलिए अब बात करते हैं एक ऐसी ऐतिहासिक जगह के बारे में जिसके बारे में शायद ही आपने सुना होगा यह है कोलकाता की नेशनल लाइब्रेरी जो बेलवेडर रोड पर स्थित है कोलकाता की नेशनल लाइब्रेरी को एक हॉन्टेड प्लेस कहा जाता है ऐसा कहा जाता है कि यह लाइब्रेरी जो है वह अपने अंदर बहुत सारे रहस्यों को संजोए हुए है
इस लाइब्रेरी में 22 लाख किताबें और बहुत से पुराने दस्तावेजों को संग्रहित किया गया था इस लाइब्रेरी के बारे में यह कहा जाता है इसे अंग्रेजों के समय पर बनाया गया था इस लाइब्रेरी को 1836 में कोलकाता पब्लिक लाइब्रेरी के नाम से शुरू किया गया था इसके बाद लाइब्रेरी को लेफ्टिनेंट गवर्नर ऑफ बंगाल का आवास बना दिया गया था जहां पर वारेन हेस्टिंग रहते थे बाद में इस लाइब्रेरी को पब्लिक लाइब्रेरी से इंपीरियल लाइब्रेरी में बदल दिया गया था और अंत में भारत के आजादी के बाद इस लाइब्रेरी को कोलकाता नेशनल लाइब्रेरी का नाम दे दिया गया था और आम लोगों के लिए खोल दिया गया था
यहां पर बहुत से रहस्य जुडे हुए है यहां पर पढ़ने वालों को बहुत सी आवाजें सुनाई देती है या फिर अदृश्य शक्तियां दिखाई देती है ऐसा कहा जाता है कि इस इमारत के बनते समय यहां कुछ मजदूरों की मौत हो गई थी जिनकी आत्मा यहां पर घूम रही है और जो लोगों को परेशान करती है ऐसा कहा जाता है कि इस लाइब्रेरी में एक बार एक छात्र पढ़ने गया था पर वह दोबारा कभी वापस लौट कर ही नहीं आया
2010 में आर्कियोलाजीकल सर्वे ऑफ इंडिया ने इस इमारत की मरम्मत की और यह पाया गया कि इस कोलकाता नेशनल लाइब्रेरी में एक तहखाना बना हुआ है जिसे या तो लोगों को यातनाएं देने के लिए बनाया गया था या फिर खजाने को रखने के लिए, इस तरह के कई रहस्य इस लाइब्रेरी को एक हॉन्टेड प्लेस बनाते है